bhoot ki kahani Things To Know Before You Buy

Bhoot ki kahani

सच सच बताना कि उस घर में कभी तुमने किसी के चलने या फिर पायल बजने की आवाज सुनी थी । तब तो हमें पक्का यकीन हो गया । कि उस घर में कुछ तो था । और मैंने फिर से अपने परिवार को बताया । तब उन लोगों ने हमारी बातों पर यकीन लिया।

Science ye manta hai ki insan ke Marne ke baad uske sarir se unbalanced unfavorable Electricity create hoti hai aur Admi ka ka sarir 21 gram weight-loss kar deta hai par ye kehena ki Vo vapis badla lene aaege galat hai

हमने बोला कि ठीक है । रात में मेरे सारे मित्र मेरे घर आए आज तो पांचवा आदमी भी खिड़की से अंदर आकर बैठ गया । साथ में ताश खेला और बीड़ी भी पिया जब खेल खत्म हो गया । तो वह खिड़की से बाहर जाने लगा तभी मैंने आवाज दी काका कल फिर से आओगे । उसने कुछ नहीं बोला ।इतना सब होने के बाद उसने हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया था। हमारे एक मित्र ने उसके मुंह पर टॉर्च जलाई ।

रात के दो बज रहे थे। रमेश ने देखा कि एक आदमी बेंच पर बैठा हुआ था। ठंड का मौसम था और वह आदमी ठंड से कांप रहा था। रमेश उसके सामने जाकर खड़ा हो गया और उससे पूछताछ करने लगा। कौन है भाई?

सब लोग गांव में मकान भाड़े से लेकर रहते थे । और मैं स्कूल के पास ही एक अलग छोटा सा कमरा बना हुआ था। जिसमें मैं अकेला ही रहता था । स्कूल के चारों ओर खेत और झाड़ियां थी । स्कूल गांव से थोड़ी दूरी पर था । स्कूल में बिजली नहीं थी ।

मैं उसे टालते हुए अपने घर की ओर निकल पड़ा। दूसरे दिन फिर वही लड़की मुझे उसी जगह पर दिखाई दी और वह मुझे फिर से घूरने लगी फिर भी मैंने उसकी तरफ पलट के नहीं देखा और अपने घर की ओर निकल पड़ा।

एकदिन गांब के कुछ साहसी बच्चे उस भूतिया घर में जाने का और उस घर में घूमने का फैसला किया। बच्चे जब घर के सामने गए तो देखा सिर्फ खिरकी खुली हुई है। और बे सभी उसी खिरकी से अनादर चले गए। बे अँधेरे में घर के अंदर घूम ही रहे थे की अचानक से खिरकी बंद हो गई। यह देखकर सारे बच्चे डर गए।

ठीक ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ और आज मैं चाहता हूँ की उस घटने को आपके साथ शेयर करूँ। बात उस समय की है जब मैं अपने दोस्त श्याम लाल की शादी मैं गया था , रात मैं शादी की सभी रस्मे पूरी हो जाने बाद मैंने अपने दोस्त श्याम लाल से अपने घर वापिस जाने की इज़ाज़त ली तो उसने मुझे घर जाने से मना किया और कहा आप रात को रुक जाइये मैं आपका सोने का इंतजाम कर देता हूँ ।

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“हिन्दू धर्म शास्त्रो के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति का मोह मरने के बाद किसी वस्तु में रह जाए तो उसके छुटकारे के लिए जरूरत मंद व्यक्तियों को दान दिया जाता है, और अतृप्त व्यक्ति की आत्मा के छुटकारे के लिए खास पूजा-अर्चना और शांति पाठ किए जाते हैं।”

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उसने मुझे बताया की मैं यहाँ एक ऑफिस मैं काम करती हूँ और मैं पहाड़ के पीछे एक छोटी सी बस्ती हैं वहां रहती हूँ ।

नगर में पमिनाबहन के अनुभव की बात फैलने पर नगर के किसी अनुभवी व्यक्ति के द्वारा यह पता चला कि जिस मकान में पमिनाबहन का परिवार रहता है, उस जगह के पुराने मालिक के पास से, उसके सगे संबंधियों ने वह मकान हड़प लिया था। और मरते वक्त भी मकान मालिक का जी उसी मकान में था, इसी कारण वह इन्सान अपने मकान में किसी भी व्यक्ति की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं कर पाता था।

घर के अंदर का माहौल बाहर के जैसा भयानक था। छत से जाले लटक रहे थे और हर कदम पर कुछ न कुछ सामान बिखरा परा था। अचानक, गौरब को ऊपर एक आवाज सुनाई दी। उसे लगा की आसपास कोई चल रहा है। गौरब हिम्मत करके ऊपर गया और देखा लम्बी बाल वाली एक औरत सफ़ेद साडी में उसके तरफ आ रही है।

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